Saturday 13 August 2016

युवा बनेंगे बदलाव के सच्चे वाहक ।

मैं अपनी बात स्वामी विवेकानंद के कथन से शुरू करता हूँ। विवेकानंद ने कहा था कि सिर्फ सौ युवा देश की तकदीर बदल सकते हैं। विवेकानंद ने यह बात कहने के लिए ही नहीं कही थी। वे युवाओं की ताकत और जज्बे से भली भांति परिचित थे। तभी देश के युवाओं ने हर काल में अपनी ताकत और जज्बे से हालात बदले हैं। फिर चाहे देश की आज़ादी का आंदोलन हो, जयप्रकाश नारायण की सम्पूर्ण क्रांति हो, सन 1977 का आम चुनाव हो या 2014 में हुए आम चुनाव या उसके बाद हरियाणा में हुआ विधानसभा चुनाव इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है जिसने लोगों की सोच बदल दी, चीज़ों को देखने का नज़रिया बदल दिया। एक होकर समस्याओं के समाधान और विकास के रास्ते पर कैसे आगे बढ़ा जाता है यह करके दिखाया। जिसके कारण जहाँ आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है। वही, हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में प्रदेश लगातार काम करते हुए आगे बढ़ रहा है, जिसमे लोगों की उम्मीदें पूरी हो रही हैं । श्री मनोहर लाल के साथ प्रदेश बदलाव के रास्ते पर आगे बढ़ चला है।

Manish Yadav, State President, BJYM Haryana
समाज के निर्माण में भी युवाओं की भागीदारी से इन्कार नहीं किया जा सकता। यही बात राजनीति में लागू होती हैं। देश की राजनीति में युवा जिस प्रकार आगे आ रहे हैं, अपनी भागीदारी निभा रहे हैं, अपना स्थान बना रहे हैं, अपनी जगह सुनिश्चित कर रहे हैं उसे देखते हुए देश की राजनीति अब निर्माण की दिशा में आगे बढ़ती दिखाई दे रही हैं। अब वह समय गया जब नेता युवाओं को गुमराह कर उनका वोट हथिया लेते थे। आज का युवा जागरूक है, समझदार है, अच्छे-बुरे का ज्ञान हो गया हैं उसे। उसे अपने वोट की कीमत और ताकत समझ में आ गयी है। युवाओं ने अब उन लोगों को पहचान लिया हैं जो जाति, धर्म, क्षेत्रवाद इत्यादि के नाम पर उन्हें गुमराह करते आये है।  युवाओं ने भी ऐसे लोगों के साथ अपनी सोच, समझ, ताकत और सकारात्मक ऊर्जा को खूब जाया किया है। इसमें कोई शक नहीं है। जिसके कारण देश का भी नुकसान हुआ है और प्रदेश का भी, समाज भी और खुद युवाओं का भी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे सभी युवाओं को इसका अहसास कराया और बताया कि देश युवाओं का है। युवाओं की ही जिम्मेदारी है कि वे अपने इस भारत देश को कैसा बनाना चाहते है, उसे कहाँ ले जाना चाहते है ?  युवाओं ने प्रधानमंत्री की इस बात को सुना, समझा और खुद से सवाल किया कि वे देश के लिए क्या कर सकते है ? मेरा शुरू से ही यह मानना रहा है कि राजनीति किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी सेवा होती है। इसके लिए देश और प्रदेश के हर कोने से लीडरशिप की तलाश होनी चाहिए लेकिन दुःख तब होता है जब कुछ मुट्ठी भर नेता अपने कार्य और व्यवहार से देश की राजनीति को अब भी गंदा कर रहे है और उसकी छवि को धूमिल कर रहे हैं। 

देश की राजनीति की दिशा, निर्माण और लोगों की भलाई के लिए भारतीय जनता पार्टी एक विज़न के साथ आगे बढ़ रही है और उस विज़न को देश के आमजन तक पहुँचाने के काम में पार्टी का हर नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता लगा हुआ है।  इस बात को देखते हुए अब युवाओं की जिम्मेदारी बनती है कि वे नागरिकों का सशक्तिकरण करने के लिए आगे आएं ताकि वे बदलाव के सच्चे वाहक बन सकें। 

मेरी अपनी सोच है कि अगर आप अपने देश को प्यार करते है तो आप उससे छल नहीं कर सकते।  युवाओं को यह समझना होगा कि आज प्रत्येक क्षेत्र में काम करने की बड़ी संभावनाओं के दरवाजे खुल रहे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छता अभियान, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, स्टार्टअप और स्टैंडअप जैसे कार्यक्रम इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। ऐसे में उन लोगों को अब मुंह की खानी पड़ेगी, जिन्होंने पूर्व में युवाओं को सपने तो खूब दिखाए, लेकिन सपने पूरे कैसे किए जाएंगे उसके लिए कोई काम नहीं किया। यही नहीं, ऐसे लोगों ने युवाओं की नौकरियों पर ताले लगा दिए, रोज़गार खत्म कर दिया। जिससे युवाओं में गहरी निराश घर कर गई। भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा ने ऐसे लोगों के खिलाफ सीधी लड़ाई छेड़ रखी है जिसके नतीजे भी सामने आ रहे है। हमें यह बात समझनी होगी कि युवा आबादी समस्या नहीं है। संसाधन और समाधान मानकर हमारी सरकार इस पर काम कर रही हैं।  इसके लिए हम सब को मिलकर काम करना होगा, एक लक्ष्य के साथ आगे बढ़ना होगा। 

अक्सर यह सवाल किया जाता है कि आखिर राजनीति है क्या ? राजनीति उन सभी विषयों पर सार्थक बहस करने का अवसर देती है जिनका संबंध हमारे जीवन से होता है। राजनीति आम आदमी से हटकर कोई अलग विषय नहीं  है। दरअसल राजनीति का मतलब उन तमाम विषयों से है जो आदमी के सुख-दुःख जुड़े हों। अच्छी बात यह है कि युवा इस राजनीति को समझ रहे है, समझने में लगे है।  ऐसे में बदलाव लाने का प्रयास युवाओं ने शुरू कर दिया हैं। कल तक जो युवा बेहतर जिंदगी के लिए देश छोड़ देते थे, आज वे दूसरों की भलाई के लिए सबको साथ लेकर देश में ही काम करने की मानसिकता बना रहे है, फैंसला कर रहे है जो हमारे लिए  बदलाव के वाहक बन रहे है और ऐसे युवाओं से ही देश बदल रहा है। ऐसे युवाओं का मानना है कि संघर्ष जरूर विकट है। वर्षों से जमी जड़ता को दूर करने में समय लगेगा। इस जड़ता को जड़ों से उखाड़ने में जड़ों तक जाना होगा, वे यह जानते हैं। इसलिए बेहद तकनीकी स्तर पर भी जाने के लिए वे तैयार हो रहे हैं। उन्हें संघर्ष की लंबाई और गहराई का पता हैं। आखिर युवा भाजपा के साथ चल पड़े है। युवाओं ने समझ लिया हैं कि सत्तर साल की आज़ादी के बाद भी उनकी बेहतरी के लिए देश पर लंबे समय तक राज करने वाली कांग्रेस की सरकारों ने कुछ नहीं किया। तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने "कांग्रेस मुक्त भारत" के साथ आगे बढ़ना शुरू कर दिया हैं, जो हमारी सभी समस्याओं की वजह रही है । आप सभी को आज़ादी की 70 वीं वर्षगाँठ बहुत-बहुत मुबारक हो। 

1 comment:

  1. आपको भी आज़ादी की 70 वीं वर्षगाँठ बहुत-बहुत
    मुबारक हो।

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