Sunday 4 September 2016

हमें हमारे लक्ष्य तक पंहुचा रहे सभी शिक्षकों के प्रति हम कृतज्ञ हैं

आज शिक्षक दिवस है। शिक्षकों के सम्मान का दिवस, शिक्षकों से आशीर्वाद लेने का भी दिवस है यह। शिक्षक दिवस हमें इस बात की भी ताकीद करता है कि हमें, हमारे देश और समाज को हमारे शिक्षकों की कितनी चिंता है ? साथ ही, यह दिवस शिक्षकों के भी आत्मचिंतन का अवसर है। जिसमें यह देखा और समझा जाता है कि शिक्षक अपने बच्चों को छात्रों को कितने उजाले में लेकर आया है। चिंतन और आगे बढ़ने की यह प्रक्रिया जब तक दोनों स्तरों पर नहीं होगी तब तक शिक्षक दिवस की सार्थकता भी सिद्ध नहीं होती है। यह हमें समझना होगा। 

स्कूल, कॉलेज में पढ़ाने वाला व्यक्ति ही शिक्षक नहीं होता है।  इससे पहले हमारी सबसे बड़ी शिक्षक हमारी मां भी होती है जिन्हें हम जीवन की सही पाठशाला कहते है। इस दिन अगर हम अपने शिक्षकों के साथ अपनी मां के प्रति भी अपनी कृतज्ञता जाहिर कर दें तो मां हमारी कितनी खुश हो जाएंगी। हम यह सोच भी नहीं सकते। उनकी नज़र में हमारा स्तर और समर्पण कितना बड़ा और ऊँचा हो जाएगा, यह मां से बढ़कर और कौन समझ सकता है। चाहे तो युवा ऐसा करके इस शिक्षक दिवस पर देख भी सकते हैं। 

इसमें कोई दो राय नहीं है कि शिक्षक का हमारे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महत्व बढ़ गया है। चाहे वह क्षेत्र राजनीति का हो, खेल का हो, संगीत का हो, कैरियर का हो या फिर जीवन की विभिन्न प्रतियोगिताओं का हो। शिक्षक के बिना आज हम एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकते। इन क्षेत्रों में ऐसे बहुत से शिक्षक मिल जाएंगे जो अपने शिष्यों को, युवाओं को उनके लक्ष्य तक पंहुचाने में जी जान से जुटे हुए है जिन्हें आजकल की भाषा में कोच, गुरु, ट्रेनर, कॉउंसलर भी कहा जाता है। कभी-कभी हमारे संगठन और संस्थाएं भी हमारे शिक्षक का काम करती है। जहां युवाओं के कैरियर का और भविष्य का बेहतर निर्माण किया जाता है। इससे भी आगे बढ़कर इन संस्थाओं और संगठनों में जो शिक्षक होते है वे अब नतीजे देने और अपने शिष्य से नतीजे लेने की दोहरी भूमिका में आ गए है। ऐसे शिक्षक और युवा हमारे समाज में, राजनीति में, खेलों में, सामाजिक क्षेत्रों में अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का काम कर रहे हैं। 

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे सभी युवाओं को देश और समाज का एजेंडा तय करने वाली युवा शक्ति से परिभाषित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की इसी युवा शक्ति से और ऊर्जा से आज सबसे अधिक प्रभावित है, उत्साहित है और देश को आगे ले जाने के प्रति आशान्वित है। प्रधानमंत्री देश में हो या वैश्विक स्तर के किसी भी मंच पर युवाओं को काम करने और आगे बढ़ने का जिस प्रकार वे सन्देश देते है, देश और दुनिया के सामने युवाओं का महत्व बताते है उससे वे स्वयं हम युवाओं के लिए एक शिक्षक की भूमिका में भी आ जाते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब हम युवाओं से कहते हैं कि हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं। साथ ही, देश और समाज के प्रति किस प्रकार समर्पित हुआ जाता है तो वे पूरे देश के युवाओं के लिए एक प्रेरक व्यक्तित्व का काम  करते है। 

आज शिक्षक दिवस के दिन हम युवा अपने उन सभी शिक्षकों के प्रति कृतज्ञ है, आभारी है, नतमस्तक है जिन्होंने हमारी चिंता की और आज भी कर रहे है, इस बात की कि हम अपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सबको साथ लेकर और सबके साथ किस प्रकार आगे बढ़ें। ऐसे सभी शिक्षकों का आशीर्वाद और शुभकामनाएं हमेशा हमारे साथ रही है और भविष्य में भी रहेंगी। ऐसा हम युवाओं को विश्वास है। 

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