Sunday 16 September 2018

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का 68वां जन्मदिन मना रहा देश आज खुश है और आगे बढ़ रहा है.


देश आज अपने यशस्वी और सबसे लोकप्रिय नेता माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का 68वां जन्मदिन मना रहा है और खुश है कि देश को आज विज़न के साथ काम करने वाला प्रधानमंत्री मिला है. प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की राजनीति की नई परिभाषा गढ़ी है. विकास की नई परिभाषा गढ़ी है. जिससे देश आज विभिन्न क्षेत्रों में काम करता हुआ आगे बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ही वह व्यक्ति हैं जिन्होंने खासकर युवाओं को देश के लिए जीने और काम करने के लिए प्रेरित किया है. युवाओं का देश के लिए जीने और काम करने का जज्बा देश की पूरी दुनिया में पताका फहरा रहा है. पिछले साढ़े चार वर्षों में टीम इंडिया के साथ माननीय प्रधानमंत्री जी ने जिस तरह काम किया है और देशहित में फैंसले लिए हैं, भले ही वह कड़वे रहे हो. देश आज उन पर गर्व कर रहा है. ऐसा कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के नायक बन गए हैं. जिन्होंने हम युवाओं को देश के मायने समझाए हैं. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज नया भारत बन रहा है और आगे बढ़ रहा है. उनका यह बड़प्पन है कि उन्होंने इसका श्रेय देश की १२५ करोड़ से अधिक की आबादी को दिया है. देश के युवाओं को उनका साफ़ सन्देश है कि वे जहां भी है जैसी भी स्थिति में है अपनी पूरी निष्ठा के साथ काम करेगा. देश को आज इसी की जरुरत है. उनका यह भी कहना है कि देश के लोग अनर्गल बातों पर न ध्यान दें और न करें. देश ने आज अपने कार्य और फैंसलों से ग्लोबल लेवल पर अपनी पहचान बना ली है. दुनिया का हर देश आज भारत के साथ न सिर्फ आगे बढ़ना चाहता है बल्कि भारत के हिसाब से वह खुद को तैयार भी कर रहा है. आज जो भारत बन रहा है कल उस पर न सिर्फ देश के लोग बल्कि पूरी दुनिया नाज़ करेगी. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ही हमें बताया है कि बड़े कामों के लिए बड़े लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए. यह हम तब कर पाते हैं जब हमारी नीयत साफ़ हो. सरकार आज अपनी साफ़ नीयत और सही विकास के साथ लोगों के बीच विश्वसनीयता की कसौटी पर खरी उतर रही है. यही कारण है कि देश अब अजेय भारत की ओर आगे बढ़ रहा है माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद मोदी जी के नेतृत्व में. प्रधानमंत्री जी को उनके 68वें जन्मदिन की मैं भारतीय जनता युवा मोर्चा की हरियाणा प्रदेश इकाई के हजारों युवा कार्यकर्ताओं की ओर से एक बार पुन: बधाई देता हूं.

आप यशस्वी हों. दीर्घायु हों. प्रधानमंत्री जी देश आपको प्यार करता है और आपको पाकर गर्व और सम्मान की अनुभूति महसूस करता है.

Thursday 10 May 2018

देश ने अब कर दिखाने का विश्वास पैदा कर लिया है....



 भारत का भरोसा बन गए हैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जिनके नेतृत्व में देश विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है ।

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्‍व में केंद्र में भाजपानीत एनडीए सरकार समस्याओं का समाधान, विकास के कार्य और साहसिक फैंसले के इस छब्‍बीस मई को अपने कार्यकाल के चार साल पूरे कर पांचवें साल में प्रवेश कर रही है जो कि किसी भी सरकार का चुनावी साल कहलाता है। प्रधानमंत्री और उनकी सरकार के कामकाज के इन चार वर्षों का विश्‍लेषण, समीक्षा और नतीजा निकालने के लिए हर कोई स्‍वतंत्र है। चीजों को और काम को देखने का सभी का अपना नजरिया है। सोच है। समझ है। विवेक है। जिसमें विपक्ष और मीडिया भी शामिल है। आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री और सरकार के कामकाज को लेकर अखबारों में इनकी टिप्‍पणी और बयान देखने और पढ़ने को मिलेंगे। जिनकी सच्‍चाई को समझना और लोगों को समझाना आप पर निर्भर करेगा। आपके विवेक पर निर्भर करेगा।

कोई कुछ भी कहे यह सच है कि प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्‍व में देश ने, देश के लोगों ने अब कर दिखाने का विश्‍वास पैदा कर लिया है। यह बात आज किसी भी व्‍यक्ति में देखी जा सकती है। देश के लिए अपने स्‍तर पर भले ही वह छोटे रूप में ही सही, व्‍यक्ति करने के लिए न सिर्फ आगे आ रहा है बल्कि कर भी रहा है। व्‍यक्ति का यह करना ही देश के लिए काम करने के बराबर है। जीने के बराबर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा भी है कि देश के लिए हम मर तो नहीं सके, लेकिन देश के लिए जी तो सकते हैं। जीने से उनका तात्‍पर्य देश के लिए काम करने से है। संक्षेप में कहूं तो माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और उनकी सरकार का यह चार का कार्यकाल स्‍वयं के लिए नहीं, देश के लिए कुछ कर गुजरने के जज्‍बे से ओतप्रोत रहा है। देश के लोगों को, युवाओं को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का कामकाज मंत्रमुग्‍ध करता है। इसमें कोई शक नहीं है।

याद कीजिए, श्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनते ही लाल किले की प्राचीर से देश के नाम अपने पहले संदेश में कहा था कि मेरी सरकार गरीबों को समर्पित है। उन्‍होंने कहा था कोई भी देश और समाज आधी आबादी को साथ लेकर ही आगे बढ़ सकता है। कमाल और भरोसा देखिए कि सम्‍मानपूर्वक अपने और अपने परिवार के जीवनयापन के लिए मुद्रा योजना की मार्फत निर्धन व्‍यक्ति अपना व्‍यवसाय शुरु कर देश और समाज की मुख्‍यधारा में आ रहा है वही, उज्‍जवला योजना के तहत करोड़ों निर्धन परिवारों के घरों में गैस का चूल्‍हा जलने लगा है। जिससे महिलाओं का स्वास्थ्य सुधरा है । इसी क्रम में प्रधानमंत्री ने जब गरीबों के लिए अपनी गैस सब्‍सिडी छोड़ने का लोगों का आहवान किया तो उनके एक आहवान पर दो करोड़ से अधिक लोगों ने यह सब्‍सिडी छोड़ दी। यह देश के लोगों की ईमानदारी है। गरीबों के प्रति लोगों की भावना है। बराबरी के साथ रहने और चलने की। हर गरीब को देश और समाज की मुख्‍यधारा में लाने का प्रयास है। जिसकी जितनी सराहना की जाए, कम है। तीन तलाक और महिलाओं व बच्चियों से दुष्‍कर्म हमारे समाज की बुराई और गंभीर अपराध के रूप में खत्‍म होने में ही नहीं आ रही थी कि कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को जहां इस अंधेरी जिंदगी से बाहर निकालने का काम किया वहीं, बारह साल या उससे कम उम्र की बच्‍ची से दुष्‍कर्म पर फांसी की सजा का कानून लेकर आई है यह सरकार।

इस बीच नोटबंदी के समय देश के लोगों का धैर्य देखकर दुनिया आश्‍चर्यचकित रह गई। एक देश एक कर यानी जीएसटी ने कर चोरी पर सीधा और सामने से प्रहार किया और लोगों को देश के विकास के लिए टैक्‍स अदा करने के लिए प्रेरित किया। यह सामान्‍य काम नहीं था। यह देश के बदलने  का समय था । देश बदला । देश के लोगों ने इसके महत्‍व और उपयोगिता को समझा। देश की यह पहली सरकार है जिसने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्‍व में देश में ईमानदारी का माहौल निर्मित किया है, क्‍योंकि देश का हर आदमी ईमानदारी से रहना चाहता है। देश के नए बनते भारत के लिए यह बहुत जरुरी है। इसी से ही हमारी युवा पीढ़ी के भविष्‍य का चरित्र निर्धारित होगा। जिसका सीधा संबंध राष्‍ट्र के चरित्र से होता है।

स्‍वच्‍छ भारत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की यह वह अपील है जिसने पूरे देश को सोचने पर मजबूर कर दिया। स्‍वच्‍छ भारत होने का क्‍या मतलब है। मायने हैं। देश का ऐसा कोई भी व्‍यक्ति, संस्‍था, समूह, सरकार, पंचायत, जिला परिषदें, स्‍थानीय निकाय ऐसी नहीं जो इस काम में अपना योगदान न दे रही हो। सरकार पर भ्रष्‍टाचार का कोई भी दाग न लगना सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। फिर प्रधानमंत्री के नेतृत्‍व में देश ने वैश्‍विक स्‍तर पर जिस प्रकार अपनी उपस्‍थिति दर्ज कराई है यह देश की ताकत है। इसी का नतीजा है कि भारत आज दुनिया के हर देश से आंख से आंख मिलाकर बात करता है। चाहे वह कितना ही शक्तिशाली हो।     
           
इसी बीती 30 अप्रैल को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में देश हर गांव में बिजली पहुंचाने की घोषणा कर पूरे देश को रोशन करने के लक्ष्‍य को प्राप्‍त कर इसी साल 31 दिसंबर तक हर घर में बिजली पहुंचाने की बात भी कह दी। उनका यह कार्य काम के प्रति दृढ़ इच्‍छाशक्ति को बताता है। इस पूरे कामकाज को संक्षेप में कहा जाए तो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी आज देश का भरोसा बन गए हैं। जिनके नेतृत्‍व में देश अपनी विकास यात्रा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। सबके साथ सबको साथ लेकर।

Wednesday 25 October 2017

ईमानदार और पारदर्शी सरकार में भरोसे के लिए धन्यवाद...


माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की भाजपा सरकार सफलतापूर्वक आज अपने तीन साल पूरे कर रही है। भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष होने के नाते इस बारे में अपनी बात कहने से पहले हरियाणा की जनता का सरकार में विश्वास व्यक्त करने के लिए कोटि-कोटि धन्यवाद। पार्टी और सरकार के प्रति जनता का यह विश्वास इसी प्रकार बना रहे, ऐसी ईश्वर से कामना है। भरोसा है।

यह बात मैं पूरी जिम्मेदारी और भरोसे के साथ कह रहा हूं कि हरियाणा के गठन के बाद यह पहली ऐसी सरकार है जो पूरी तरह पारदर्शी है और ईमानदारी से अपना काम कर रही है। इस दौरान सरकार पर या सरकार के मुखिया पर भ्रष्टाचार का कोई भी दाग न लगना सरकार के कामकाज की सबसे बड़ी उपलब्धि है। यह बात प्रदेश का हर आदमी जानता है। समस्याओं का समाधान करते हुए प्रदेश को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे ले जाना सरकार की सोच और प्राथमिकता में सबसे ऊपर है। यही कारण है कि प्रदेश के हर कोने में आज विकास की रोशनी पहुंच रही है। समाज के अंतिम व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा में लाना सरकार का लक्ष्य है और सरकार इस लक्ष्य को पूरा भी कर रही है।

मुख्यमंत्री इस बात को स्पष्ट कहते हैं कि गांव और शहरों के बुनियादी ढांचे को मजबूत और विकसित किए बिना न तो बुनियादी जरुरतों को पूरा किया जा सकता है और न विकास के लक्ष्य को। सरकार का इस पर पूरा ध्यान केंद्रित है। प्रदेश के किसी भी कोने में जाकर बिजली, पानी, सडक़, सीवर,शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन के कार्यों में इसे देखा जा सकता है। यह पहली ऐसी सरकार है जो विकास को थोपने की बजाय क्षेत्र और लोगों की मांग और जरुरतों को ध्यान में रखकर काम कर रही है। प्रदेश के हर आदमी की बात सरकार में सुनी जा रही है। प्रत्येक जिला मुख्यालय पर सीएम विंडो पर आ रही समस्याएं और शिकायतें जनता का सरकार में व्यक्त विश्वास का सबूत है। पहले की तानाशाह सरकारों में तो लोग अपनी समस्याएं और शिकायतें तक नहीं रख पाते थे। बिना भेदभाव के एक समान विकास के काम कराना इस सरकार की पहचान बन गई है। विपक्ष को आज सरकार की यही बात नहीं पच रही है।

इस सरकार के कार्य, विकास और उपलब्धियों की चर्चा और लिखने में कई पन्ने भर जाएंगे, लेकिन मैं दो कामों की चर्चा जरूर करूंगा। पहला, स्थानीय निकाय और पंचायत चुनावों में उम्मीदवारों की शैक्षणिक योगयता निर्धारित करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य इसी सरकार में बना है। इसे मैं सरकार का बहुत ही साहसिक फैसला मानता हूं। यह देश के अन्य राज्यों के लिए एक नजीर बन गया है। दूसरा, जिला परिषदें अब अपना बजट खुद पारित कर सकेंगी। ऐसा करने से ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान और विकास का काम कराने में जिला परिषदों को अब धन की कमी आड़े नहीं आएगी।

एक बात और। प्रदेश में लडक़े-लड़कियों के गिरते लिंगानुपात का स्तर इसी सरकार के शासन के बीते तीन साल में तेजी से सुधरा है। यह सरकार के कार्य और फैंसलों पर समाज की मुहर है। अब घर में लडक़ी पैदा होना बुरा नहीं माना जाता। लडक़ी पैदा होने पर अब घरों में खुशी मनाई जाती है। मिठाई खिलाई जाती है।


सरकार की नई बनी खेल नीति ने खिलाडिय़ों को खेलों में अपना बेहतर कैरियर बनाने और आगे बढऩे का स्वर्णिम अवसर मुहैया कराया है। लोग अपने बच्चों को आज खेलों में आगे बढ़ा रहे हैं। सरकार की नीतियों का ही नतीजा है खासकर रोजगार के क्षेत्र में कि युवा अपनी पढ़ाई के दौरान और पढ़ाई के बाद स्वरोजगार अपनाने के लिए आगे आ रहे हैं। जिससे चौतरफा रोजगार का माहौल बन रहा है। पर्यटन इसके लिए नया क्षेत्र उभरकर सामने आया है।

(मनीष यादव)
प्रदेशाध्यक्ष, भाजयुमो हरियाणा

Saturday 16 September 2017

मोदी जी के नेतृत्व में शुभ एवं श्रेयस्कर भारत निर्मित हो रहा है

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी नया भारत बनाने की बात कर रहे हैं। वे भारत को भौतिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि नैतिक दृष्टि से भी सशक्त बनाना चाहते हैं। स्वतंत्रता के सातवें दशक में पहुंचकर पहली बार ऐसा आधुनिक भारत खड़ा करने की बात हो रही है जिसमें नये शहर बनाने, नई सड़कें बनाने, नए कल-कारखानें खोलने, नई तकनीक लाने, नई शासन-व्यवस्था बनाने के साथ-साथ नया इंसान गढ़ने का प्रयत्न हो रहा है। एक शुभ एवं श्रेयस्कर भारत निर्मित हो रहा है।
जब से माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री बने हैं, एक नई सभ्यता और एक नई संस्कृति करवट ले रही है। नये राजनीतिक मूल्यों, नये विचारों, नये इंसानी रिश्तों, नये सामाजिक संगठनों, नये रीति-रिवाजों और नयी जिंदगी की हवायें लिए हुए आजाद मुल्क की एक ऐसी गाथा लिखी जा रही है, जिसमें राष्ट्रीय चरित्र बनने लगा है, राष्ट्र सशक्त होने लगा है, न केवल भीतरी परिवेश में बल्कि दुनिया की नजरों में भारत अपनी एक स्वतंत्र हस्ती और पहचान लेकर उपस्थित है। चीन की दादागिरी और पाकिस्तान की दकियानूसी हरकतों को मुंहतोड़ जबाव पहली बार मिला है। चीन ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी कि सीमा विवाद को लेकर डोकलाम में उसे भारत के कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा। यह सब मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व का प्रभाव है। उन्होंने लोगों में उम्मीद जगाई, देश के युवाओं के लिए वह आशा की किरण हैं। इसका कारण यही है कि लोग ताकतवर और तुरन्त फैसले लेने वाले नेता पर भरोसा करते हैं ऐसे कद्दावर नेता की जरूरत लम्बे समय से थी, जिसकी पूर्ति होना और जिसे पाकर राष्ट्र केवल व्यवस्था पक्ष से ही नहीं, सिद्धांत पक्ष भी सशक्त हुआ है। किसी भी राष्ट्र की ऊंचाई वहां की इमारतों की ऊंचाई से नहीं मापी जाती बल्कि वहां के राष्ट्रनायक के चरित्र से मापी जाती है। उनके काम करने के तरीके से मापी जाती है।

हमारे राष्ट्रनायकों ने, शहीदों ने एक सेतु बनाया था संस्कृति का, राष्ट्रीय एकता का, त्याग का, कुर्बानी का, जिसके सहारे हम यहां तक पहुंचे हैं। मोदीजी भी ऐसा ही सेतु बना रहे हैं, ताकि आने वाली पीढ़ी उसका उपयोग कर सके। मोदीजी चाहते हैं कि हर नागरिक इस सेतु बनाने के लिये तत्पर हो। यही वह क्षण है जिसकी हमें प्रतीक्षा थी और यही वह सोच है जिसका आह्वान  है अभी और इसी क्षण शेष रहे कामों को पूर्णता देने का, क्योंकि हमारा भविष्य हमारे हाथों में हैं। 

हमारी सबसे बड़ी असफलता है कि आजादी के 70 वर्षों के बाद भी हम राष्ट्रीय चरित्र नहीं बना पाये। राष्ट्रीय चारित्र का दिन-प्रतिदिन नैतिक हृास हो रहा था। हर गलत-सही तरीके से हम सब कुछ पा लेना चाहते थे। अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए कर्तव्य को गौण कर दिया था। इस तरह से जन्मे हर स्तर पर भ्रष्टाचार ने राष्ट्रीय जीवन में एक विकृति पैदा कर दी थी। न केवल यूपीए के 10 वर्ष के शासन से बल्कि क्षेत्रीय पार्टियों एवं राज्यों में उनकी अलोकतांत्रिक एवं भ्रष्ट गतिविधियों से जनता ऊब चुकी थी और विपरीत एवं अराजक स्थितियां जनता को बार-बार अहसास दिला रही थी कि देश को एक ताकतवर नेता की जरूरत है जो कड़े त्वरित फैसले ले सके। लोग मोदीजी के हर फैसले का सम्मान कर रहे हैं। जब राजनीति निर्णायक हो तो चुनावी राजनीति भी निर्णायक हो जाती है। भारत की यह खासियत है कि जब-जब संक्रमणकाल आया, जनता ने स्वयं अपना नेता चुन लिया। नरेन्द्र मोदी को जनता ने स्वयं चुना है इसलिए वे जन-जन के नेता बन चुके हैं, सशक्त एवं तेजस्वी जननायक हैं।

नरेन्द्र मोदी शून्य से शिखर तक पहुंचे राजनीतिज्ञ ही नहीं बल्कि कुशल प्रशासक एवं प्रखर राष्ट्रनिर्माता हैं। राजनीतिक सफलता के लिये कूटनीति एवं राजनीतिक दांवपेंच जरूरी होते हैं और इसमें मोदीजी माहिर हैं, सिद्धहस्त हैं, लेकिन उनकी नजरों में सत्ता से ज्यादा अहमियत सिद्धान्तों की है। उनकी अपनी मौलिक सोच है, संकल्प है, सपना है और सार्थक प्रयत्न है। जिस दौर में लोगों की राजनीतिज्ञों के प्रति कोई आस्था नहीं, उस समय मोदीजी की लोकप्रियता में कोई कमी न आना, उनका जादू कायम रहना, चुनाव में भी कुछ बाधाओं को छोड़कर भाजपा को जीत दिलवाना और अपने विदेश दौरों के दौरान लगातार कूटनीतिक सफलताएं हासिल करना हैरान कर देने वाला है। इसका कारण है कि बदलती भारत की व्यवस्था के मंच पर बिखरते मानवीय मूल्यों के बीच अपने आदर्शों को, उद्देश्यों को, सिद्धान्तों को, परम्पराओं को और राजनीतिक जीवनशैली को वे नया रंग दे रहे हैं कि उससे उभरने वाली आकृतियां हमारी  न केवल वर्तमान पीढ़ी को बल्कि भावी पीढ़ी को भी आश्वस्त कर रही है, सही रास्ता दिखा रही है। दरअसल उन्होंने जनता का भरोसा जीत लिया है। दिन-रात अथक परिश्रम करके उन्होंने देश-विदेश में भारत को गौरव दिलाया है। वह गौरव जिसकी राष्ट्र को कई वर्षों से दरकार थी। सर्जिकल स्ट्राइक, स्वच्छता अभियान, योग को विश्व गरिमा प्रदान करना, नोटबंदी, भ्रष्ट राजनीतिज्ञों पर नकेल कसना और जीएसटी जैसे बड़े फैसले लेकर उन्होंने दिखा दिया कि एक ईमानदार एवं पारदर्शी सरकार क्या-क्या कर सकती है।

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एक दृढ़ संकल्पी एवं मनोबली व्यक्तित्व हैं। एक दृढ़ मनोबली व्यक्ति के निश्चय के सामने जगत् किस तरह झुक जाता है। बाधाएं अपने आप हट जाती हैं। जब कोई मनुष्य समझता है कि वह किसी काम को नहीं कर सकता तो संसार का कोई भी दार्शनिक सिद्धांत ऐसा नहीं, जिसकी सहायता से वह उस काम को कर सके। यह स्वीकृत सत्य है कि दृढ़ मनोबल से जितने कार्य पूरे होते हैं उतने अन्य किसी मानवीय गुणों से नहीं होते। मोदीजी जैसे मनोबली राजनीतिज्ञ दूसरा व्यक्तित्व न उनके अपने दल में है और न विपक्ष में।

मोदीजी का एक नया भारत बन रहा है। नये भारत का एक ऐसा प्रारूप प्रस्तुत हो रहा है जिसमें गरीबी, राजनीतिक भ्रष्टाचार, धार्मिक संघर्ष, अस्पृश्यता, नशे की प्रवृत्ति, मिलावट, रिश्वतखोरी, शोषण, दहेज और वोटों की खरीद-फरोख्त को विकास के नाम विध्वंस का कारण माना जा रहा है। भ्रष्टाचार और सुशासन में भाजपा को कोई घेर नहीं सकता। जनता को लोकतंत्र का असली अर्थ समझ में आने लगा है। जानकारी का अभाव मिटने लगा है। लोकतंत्र के सूरज को घोटालों और भ्रष्टाचार के बादलों ने घेरना बन्द कर दिया है। ज्यादा समय नहीं लगेगा कश्मीर की समस्या को सुलझने में। आतंकवाद और नक्सलवाद को भी समाप्त होना ही है। हमें ऐसी ही किरणों को जोड़कर नया सूरज बनाना होगा, नया भारत बनाना होगा। कुछ चीजों का नष्ट होना जरूरी था, अनेक चीजों को नष्ट होने से बचाने के लिए। जो नष्ट हो चुका वह कुछ कम नहीं, मगर जो नष्ट होने से बच गया वह उस बहुत से बहुत है। 


मन की बातकरने वाले मोदीजी देश के लिये ही सोचते हैं, देश के लिये ही करते हैं, देश के लिये ही जीते हैं। जबकि अब तक की राजनीति में सब कोई अपने लिये और अपने स्वार्थों के लिये जी रहे थे। सबसे बड़ी पार्टी की कुछ ऐसी ही गलत नीतियां रही है कि आज उसका सफाया हो चुका है। भारत को कांग्रेस मुक्त करने के संकल्प को पूरा करने में मोदीजी को ज्यादा वक्त नहीं लगा। भाजपा ने राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस की जगह ले ली है। बात कांग्रेस की ही नहीं, बात राष्ट्रीय चरित्र को धुंधलाने की है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी ने बिहार में चुनावी हार को जीत में बदलने में कितना समय लिया? देश की कुल आबादी के करीब सत्तर फीसदी पर भाजपा का शासन हो चुका है। यह सब मोदी जी का नहीं, उन मूल्यों का जादू है जिनसे लोकतंत्र मजबूत बनता है, राष्ट्र मजबूत बनता है, समाज मजबूत बनता है और व्यक्ति मजबूत बनता है। कोई भी व्यक्ति दूसरों की नकल कर आज तक महान् नहीं बन सका। सफलता का अनुकरण नहीं किया जा सकता। मौलिकता अपने आप में एक शक्ति है जो व्यक्ति की अपनी रचना होती है एवं उसी का सम्मान होता है। संसार उसी को प्रणाम करता है जो भीड़ में से अपना सिर ऊंचा उठाने की हिम्मत करता है, जो अपने अस्तित्व का भान कराता है। 

Sunday 4 June 2017

पर्यावरण बचेगा और बना रहेगा तभी हम जिंदा रह पाएंगे


आज विश्व पर्यावरण दिवस है। वैश्विक स्तर पर मनाए जाने वाले इस पर्यावरण दिवस को अब पूरी गंभीरता और जिम्मेदारी से जनांदोलन बनाने की जरूरत है, जो हमारे हर कदम पर दिखाई दे। हमारी जीवनचर्या का हिस्सा बने। यह एक दिन का काम नहीं है। बिना किसी औपचारिकता और दिखावे के इस काम को हम सभी करें। जैसा हमारे पूर्वजों ने किया। हम सबको यह अच्छी तरह याद होगा कि हम जब कभी पानी को अन्यथा फेंक देते थे या खराब कर देते थे तो हमारे बुजुर्ग तुरंत डांट देते थे और कहते थे कि पानी खराब करोगे तो ऊपर जाकर इसका हिसाब देना होगा। पेड़ों को काटने नहीं देते थे। नदी, पोखर-तालाबों को गंदा नहीं करने देते थे। जगलों को हर हाल में बचाने की कोशिश करते थे। यह डर था हमारे बुजुर्गों में। वे प्रकृति से मिली हर चीज की महत्ता और उपयोगिता को समझते थे। प्राकृतिक संसाधनों का उनके उसी रूप में रहना और रखना यह उनकी, समाज की चिंता में था। हमने आज इन सबका क्या हाल कर दिया? हम प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करने से बाज नहीं आ रहे। जगलों को नष्ट कर हमने जानवरों की बस्ती उजाड़ दी। जिसके कारण जंगली जानवर हमारे गांवों में, घरों में आने शुरु हो गए। कई पशु-पक्षियों के प्रजनन करने की सुरक्षित जगह तक को नहीं छोड़ा हमने। जिससे पशु-पक्षियों की सैंकड़ों प्रजातियां ही खत्म हो गई और कई खत्म होने के कगार पर आ गई हैं। पर्यावरण क्या है? जल, जंगल, जमीन, वायु, प्रकृति। यह सब मिलकर ही तो पर्यावरण का निर्माण करते हैं। जिस पर हमारा, सबका जीवन निर्भर है। पशु, पक्षी, जानवर सबका। सोचिए, अगर यही नहीं रहेगा तो हमारा क्या होगा, हम कैसे जिंदा रहेंगे? विकास और भौतिक सुख-सुविधाओं के नाम पर हमने प्रकृति और पर्यावरण का क्या हाल कर दिया, यह न बताने की जरूरत है, न कहने की। बड़ी अजीब बात है जिस पर्यावरण और प्रकृति को हमने नष्ट किया है और करते जा रहे हैं, उसे बचाने की स्कूलों में हमारे बच्चों को हाथों में तख्ती और बैनर लेकर जागरूकता रैली निकालनी पड़ रही है। कैसा दोहरा मापदंड है हमारा। कभी सोचा है हमारे बच्चे हमारी ऐसी करतूतों पर क्या सोचते होंगे? कभी उनसे बैठकर बात कीजिए। जब आपके बच्चे आपसे यह पूछेंगे कि हमारे कल के लिए यही और ऐसा पर्यावरण छोडक़र जाएंगे, जिसमें हवा-पानी तक शुद्ध नहीं है। माननीय उच्चतम न्यायालय ने तो दिल्ली को गैस चैंबर तक बता दिया है। बढ़ते वायु प्रदुषण को देखते हुए स्कूलों की छुट्टी करनी पड़ रही है। घर से बाहर हमें मास्क लगाकर निकलना पड़ रहा है। पानी पीने योग्य नहीं रहा तो हवा सांस लेने के लिए। पेड़ लगाने के नाम पर हम जमीन कब्जा रहे हैं। गुरूग्राम में नए पेड़-पौधे लगाने के लिए जगह ही नहीं बची। पानी को कभी न खत्म होने वाली चीज मानकर हमने धरती का पेट ही खाली कर दिया। पानी आज न जमीन के ऊपर बचा है और न नीचे और जो है वह प्रदूषित। इस काम को करते हुए हमने हमारी जीवन दायनी नदियों तक को नहीं छोड़ा। उनमें कूड़ा-कचरा प्रवाहित कर उन्हें जाम कर दिया। उन्हें नालों में बदल दिया। जहरीला बना दिया। खत्म कर दिया। इन सबको लेकर हमारी सरकारों के जितने भी कार्यक्रम बने, नीतियां बनीं, वह अपने लक्ष्य तक पहुंच ही नहीं पाई, क्यों? क्योंकि उनमें नीयत और इच्छाशक्ति की कमी थी। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इस सबको स्वयं के स्तर देखा है और समझा है तभी उन्हें बीते रविवार को अपनी मन की बात में देश के सभी लोगों से खराब और खत्म हो रहे पर्यावरण को बचाने में अपना योगदान करने की अपील करनी पड़ी है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने और पेड़ लगाने के साथ-साथ हमें स्वच्छता का अभियान भी चलाना होगा, क्योंकि स्वच्छ वातावरण ही स्वच्छ पर्यावरण का निर्माण करता है। इसलिए पेड़ लगाने की जिम्मेदारी समझें। पेड़ लगाने के लिए जगह छोड़ें। आप सब इस पर्यावरण दिवस को एक उत्सव के रूप में मनाएं। हर दिन। इस उत्सव में सबको शामिल करें।


Thursday 25 May 2017

गर्व करने के तीन साल. देश दीवाना मोदी का...


लगभग 6 दशक बाद सन 2014 में केंद्र में पूर्ण बहुमत के साथ बनी भाजपानीत एनडीए की सरकार को बने आज 26 मई को 3 साल पूरे हो गए. भारतीय जनता पार्टी के ‘सबका साथ-सबका विकास’ के मूलमंत्र के साथ काम के प्रति अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ देश को बदलाव के रास्ते पर आगे ले जा रहे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार ने इन बीते 3 वर्षों में उन कार्यों पर ध्यान केन्द्रित कर नीति और कार्यक्रम बनाते हुए फैंसले लिए है, जिससे आज सामान्य जन की जिन्दगी में आया बदलाव साफ दिखाई देता है. सरकार और सरकार के किसी भी नुमाइंदे पर भ्रष्टाचार का कोई भी धब्बा न लगना सरकार की श्रेष्ठ उपलब्धियों में से जहां सबसे ऊपर रखी जाएगी. वहीं, कार्यों को लेकर बदली कार्यसंस्कृति से सरकार में बैठे छोटे-बड़े सभी लोगों में काम करते हुए आगे बढ़ने की प्रतिस्पर्धा साफ़ दिखाई देती है. देश की यह पहली सरकार है जिसे हम नतीजा देने वाली सरकार कह सकते हैं. यह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों में देश के करोड़ों-करोड़ों लोगों के किए गए भरोसे के निवेश को दर्शाता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की नीतियों को आज देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार काम करते हुए आगे बढ़ाने में सबसे बड़ी सहायक सिद्ध हो रही है. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री अमित शाह जी ने हाल ही में टीवी चैनलों को दिए अपने इंटरव्यू में बहुत प्रेरक बात कही है कि भारतीय जनता पार्टी देश में सरकार चलाने के लिए नहीं, देश चलाने के लिए काम कर रही है. जिससे आज देशभर में चौतरफा काम करने का माहौल बना हुआ है. ऐसा हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रेरक संदेशों और काम करने के तरीको और लिए जा रहे फैंसलों से हुआ है. यही कारण है कि सकारात्मक उर्जा से लबरेज़ देश की नौजवान पीढ़ी अपने नए आईडिया से काम करते हुए देश और दुनिया को अचरज में डाल रही है. देश की 125 करोड़ की आबादी से भी अधिक लोगों के मिले भरोसे से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी देश और जनहित में निर्णायक फैंसला लेते हुए आगे बढ़ रहे हैं. ऐसे फैंसलों पर देश की जनता अपने भरोसे की मुहर भी लगाती जा रही है. ऐसे फैंसलों में बीते महीनों लिया गया नोटबंदी का फैंसला मुख्य रूप से सामने रखा जा सकता है. वहीं, देश की बाहरी और आंतरिक सुरक्षा से कोई भी समझौता न करना सरकार की पहचान और ताकत बन गई है. पड़ोसी पाकिस्तान देश में घुसकर आतंकी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक और छत्तीसगढ़ व झारखण्ड में नक्सलियों को ठिकाने लगाना सरकार का साहसिक कदम कहा जा सकता है. भारतीय सेना ने जिस प्रकार सफलतापूर्वक सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया, उसके लिए उसकी जितनी प्रशंसा की जाएं वह कम है. यह भारतीय सेना की पहचान है. ताकत है.


मुझे आपके सामने यह बात कहते हुए काफी गर्व और ख़ुशी की अनुभूति हो रही है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के स्तर पर लांच की गई मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी योजना से जुड़कर और काम कर देश नए भारत के निर्माण के लिए न सिर्फ पूर्ण रूप से तैयार हो गया, बल्कि वह आगे भी बढ़ चला है. जिसे माननीय प्रधानमंत्री जी ने न्यू इंडिया विज़न का नाम दिया है. आज तकनीक किस प्रकार हमारे जीवन को बदल रही है उसे समय रहते समझते हुए डिजिटल इंडिया का जो कांसेप्ट हमें मिला है उसने युवा पीढ़ी को तो एक प्रकार से दीवाना बना दिया है. आज कोई भी काम हो उसमें हमारे देश की नौजवान पीढ़ी की यह दीवानगी देखी जा सकती है. हमारी यही पीढ़ी है जो अपने से अधिक उम्र के लोगों को इस क्षेत्र में तकनीक के स्तर पर शिक्षित कर उसे बनते नए भारत की मुख्यधारा में लाने का काम कर रही है. यहां मैं स्किल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया का भी जिक्र करना जरुरी समझता हूँ. प्रधानमंत्री जी की उज्ज्वला योजना ने तो एक प्रकार से देश की करोड़ों गृहणियों की जिन्दगी में उजाला ला दिया. अब से पहले हमारी गृहणियों को खाना बनाते समय जहां लकड़ियों और कोयले की धुआं से अपना स्वास्थ्य दाँव पर लगाना पड़ता था वहीं, आज ऐसी गृहणियों को सरकार ने गैस सिलेंडर पहुंचाकर उनका स्वास्थ्य बचा लिया. इस बीच पहल योजना के अंतर्गत गैस सिलेंडर पर उपभोक्ताओं की मिलने वाली सब्सिडी उनके बैंक खाते में सीधी ट्रान्सफर करने का ऐतिहासिक काम सरकार ने किया है. सरकार के इस निर्णय और काम से पहले इस काम में भ्रष्टाचार का जो नाला बह रहा था उसे हमेशा के लिए खत्म कर देने का काम भी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने किया है. ‘एक देश – एक कर’ लाने वाली यह पहली सरकार है. जिसे जीएसटी का नाम दिया गया है. इस जीएसटी के अस्तित्व में आने से पहले देश के लोगों को कई तरह के करों का बोझ उठाना पड़ रहा था जो उनके लिए असहनीय हो गया था. मैं कहता हूँ कि इस सरकार का आप कोई भी काम उठाकर देख लें वह अपने नतीजों से सामान्य जन की जिन्दगी में बदलाव लाने वाला कारक साबित हो रहा है. प्रकाश पथ योजना के जरिए आज देश का वह कोना भी एलईडी बल्ब से जगमगा रहा है जहां देश की आज़ादी के 60 साल बाद भी रोशनी का एक कतरा तक उनके नसीब में नहीं था. इस बीच कितनी ही सरकार आई और चली गई. संक्षेप में कहूं तो केंद्र सरकार की मेक इन इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, जन धन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्किल इंडिया, बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ जैसी और भी कई योजनाएं हैं जिन्होंने सरकार के सफलतापूर्वक किए जा रहे कार्यों के बीते तीन वर्षों में अपना प्रभाव छोड़ा है. लोगों में उम्मीद जताई है. भरोसा पैदा किया है. यहाँ मैं सरकार की वन रैंक वन पेंशन योजना का भी जिक्र करना चाहूँगा. जिससे वर्षों से चली आ रही हमारे पूर्व सैनिकों की मांग को मान लिया है. सचमुच माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अगुवाई में केंद्र में काम कर रही एनडीए की सरकार के बीते तीन साल पर हम गर्व कर सकते हैं. हालांकि अभी बहुत काम करना बाकी है, प्रधानमंत्री जी की नीतियों, कार्यक्रमों और विकास की योजनाओं पर होने वाले कार्यों को लेकर देश की जनता ने जो धैर्य दिखाया है और भरोसा इस बात का जताया है कि हां, प्रधानमंत्री जी ने जो कहा है वह वे करेंगे. एक प्रकार से कहे तो देश आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का दीवाना हो चला है. उनकी दीवानगी देश के जन-जन के मुंह से सुनी जा सकती है. यह मैं ही नहीं कह रहा हूँ, देश का कोई भी अखबार हो या न्यूज़ चैनल जनता के बीच किए गए अपने सर्वे में सब माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्य पर मुहर लगा रहे हैं. 

Wednesday 5 April 2017

आज भारतीय जनता पार्टी का स्थापना दिवस है. हम यह उत्सव मनाएं और इस उत्सव में जन-जन को शामिल करें.


आज भारतीय जनता पार्टी का स्थापना दिवस है. इस दिन की आप सभी कार्यकर्ता, वरिष्ठ पदाधिकारियों और प्रेरणाप्रद संस्थापकों को इस दिन की शुभकामना. बधाई. भारतीय जनता पार्टी का जन्म और गठन जिस सोच, विचार, उम्मीद और भरोसे के साथ किया गया और जिसमें देश के करोड़ों लोगों के भरोसे का निवेश हुआ है उसे देखते हुए भारतीय जनता पार्टी आज देश की मांग बन गई है, समय की जरुरत बन गई है. हम सब कार्यकर्ताओं के लिए यह गर्व की बात है कि हमारी भारतीय जनता पार्टी की रीति, नीति, कार्यक्रम से आज आमजन खुद को जुड़ा हुआ पा रहा है. ऐसा पार्टी के प्रति करोड़ों कार्यकर्ताओं की मेहनत, समर्पण और निष्ठा की वजह से हो पाया है. सचमुच आज हम सब कार्यकर्ताओं के लिए उत्सव का दिन है. हम यह उत्सव मनाएं और इस उत्सव में जन-जन को शामिल करें.

भारतीय जनता पार्टी एकमात्र ऐसा राजनीतिक दल है जो कार्यकर्ताओं से बना है. इस पार्टी में किसी के लिए भी कोई पद आरक्षित नहीं है. हर कार्यकर्ता अपना काम कर रहा है और आगे बढ़ रहा है. काम और दायित्व का निर्वहन कैसे किया जाता है यह इस पार्टी में ही रहकर सीखा जा सकता है. भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र वह राजनीतिक पार्टी है जो देश और समाज के निर्माण के मूल मन्त्र को ध्यान में रखकर अपना काम कर रही है. भारतीय संस्कृति और सभ्यता देश-दुनिया में कैसे फैले और मज़बूत हो इस पर भी पार्टी के नीति निर्माता लगातार काम करते हैं जिनके सन्देश को आम कार्यकर्ता समाज के बीच फैलाते हैं. इसीलिए यह कहा जाता है कि भारतीय जनता पार्टी देश और राज्यों में सत्ता में आने की ही राजनीति नहीं करती है, उसका काम मनुष्य का सर्वांगींण विकास करना है.

पिछले दशकों में भारतीय जनता पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं ने जिस तरह की मेहनत की है और अपने कार्य को अंजाम दिया है उससे भारतीय जनता पार्टी उन राज्यों में सरकार बनाने में सफल रही है जहां कांग्रेस और क्षेत्रीय दल सत्ता में रहना अपना अधिकार समझते थे. यही कारण है कि बीते 2014 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में सरकार बनाने में सफल रही और उसके बाद देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश के हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में तीन चौथाई बहुमत से जीत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी ने जन-जन की पार्टी होने का गौरव हासिल कर लिया. यही कारण है कि भाजपा आज देश के विमर्श के केंद्र में नहीं है बल्कि ग्लोबल लेवल पर भी हमारी भारतीय जनता पार्टी की चर्चा हो रही है. हमारे सुदृढ़ चुनाव प्रबंधन और कार्यकर्ताओं के काम करने के तरीके पर शोधकर्ता शोध करने में लगे हैं. यह भारतीय जनता पार्टी का क़माल है.


देश आज जिस प्रकार युवा हो चला है और युवा उर्जा से भरा हुआ है, उसी को देखते हुए हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के सामने न्यू इंडिया का विज़न रखा है. इस विज़न को ध्यान में रख कर ही भारतीय जनता पार्टी भी अपनी नीतियाँ बना रही है, कार्यक्रम तय कर रही है. भाजपा ने देश के लोगों का आह्वान किया है कि वे इस काम में अपनी भूमिका तय करें. वे इस पार्टी को और देश को आगे और किन बुलंदियों पर ले जाना चाहते हैं उसी को ध्यान में रख कर अपना आईडिया दें, विचार दें, कार्यक्रम बताएं. क्योंकि भाजपा आज सबकी है. सब भाजपा के हैं. यही बात भाजपा को और मज़बूत करती है. जन-जन से जोड़ती है. आखिर में हम इस बात पर आज गर्व करते हैं कि हम राजनीति में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता है. आप सब को इस दिन की पुन: शुभकामनाएं.